सिंगर और प्लेबैक सिंगर में क्या अंतर होता है:– इस आर्टिकल में हम सिंगर और प्लेबैक सिंगर के बारे में बात करेंगे |यह जानेंगे की इन दोनों में क्या अंतर होता है। क्योंकि कई लोगो को इन दोनों में यानी सिंगर ओर प्लेबैक सिंगर में अंतर को लेकर काफी कन्फ्यूजन होता है।
तो चलिए जानते है कि एक सिंगर और प्लेबैक सिंगर में क्या अंतर होता है।
गायक (Singer) :-
सिंगर और प्लेबैक सिंगर में अंतर समझना काफी आसान है, बस आपको सिंगर और प्लेबैक सिंगर का मतलब समझना है। सिंगर को हिंदी में गायक कहते है और गायक वो होता है, जो कोई गीत या गाना गाता है| इस हिसाब से तो दुनिया के सभी व्यक्ति गायक यानी कि सिंगर हुए क्योंकि सभी ने कभी न कभी तो अपनी पसंदीदा धुन या गीत गई है। लेकिन यहां पर गायक यानीकि सिंगर से मतलब उस इंसान से है जिसे गाना गाने की समझ हो, जिसकी आवाज़ सुरीली हो, जिसे सुर, लय और ताल की समझ एवं जानकारी हो।
संगीत (म्यूजिक) कई तरह का होता है जैसे कि भजन, गजल, शास्त्रीय संगीत, फिल्मी संगीत और उसके अनुसार अलग अलग गायक यानी कि सिंगर होते है । तो इस तरह गायक (सिंगर) वह होता है जो गीत गाता है, जिसकी आवाज़ सुरीली होती ही और उसे संगीत (म्यूजिक) की समझ और जानकारी होती है।
प्ले-बैक सिंगर :-
अब बात कर लेते है प्लेबैक सिंगर की| प्लेबैक सिंगर अंग्रेजी शब्द है। अगर हम इसे हिंदी में ट्रांसलेट करे तो ‘प्ले’ (Play) का मतलब होता है खेल, नाटक या अभिनय करना आदि। ऐसे ही ‘बैक’ का मतलब होता है पीछे और सिंगर का मतलब गायक होता है । तो इसे आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं :-
यदि आप मूवी को प्ले माने तो जयादातर डायरेक्टर्स कुछ ऐसे सन डायरेक्ट करते हैं जिसमे या तो एक्टर या एक्ट्रेस या फिर दोनों ही सुरीली आवाज़ में गाना गाते हैं और जयादातर वो आवाज उनकी नहीं होती है और उस गाने को पहले ही म्यूजिक के साथ एक शांत स्टूडियो में रिकॉर्ड कर लिया जाता है | शूटिंग के दौरान एक्टर और एक्ट्रेस को सिर्फ होंठ हिलाकर या फिर लिप्सिंग करके अनहे गना गाने की एक्टिंग करनी होती है क्योंकि असली आवाज तो पहले से ही रिकॉर्डे है|
तो ऐसे सिंगर जो पर्दे के पीछे रहकर एक्टर या एकोट्रेस को आवाज देते हैं उन्हें ही प्लेबैक सिंगर कहा जाता है।
आपको जानकारी के लिए बता दे कि प्लेबैक सिंगर शब्द फिल्मों की देन है। शुरुआत में जब फिल्मे बनती थी वो हीरो ओर हीरोइन वो हुआ करते थे जो एक्टिंग में तो अच्छे होते ही थे साथ ही साथ वो अच्छा गा भी लेते थे। लेकिन फिर बाद में दिक्कतें आने लगी क्योंकि आर्टिस्ट एक्टिंग तो जबरजस्त कर लेते थे लेकिन सिंगिंग में इतने अच्छे नही थे। ऐसे में प्ले-बैक सिंगर्स ने फिल्म इंडस्ट्री की मदद की। इस तरह हमने जाना कि सिंगर (गायक) ओर प्लेबैक सिंगर (पार्श्वगायक) में क्या अंतर होता है। आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। जानकारी पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।
ये भी पढ़े –