इंडियन रेलवे में कई तरह की ट्रेन होती है कुछ फ़ास्ट होती है तो कुछ स्लो ट्रैन भी है।
स्लो ट्रैन को लोकल या पैसेंजर ट्रेन कहा जाता है जबकि फ़ास्ट मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, राजधानी शताब्दी जैसी ट्रैन होती है।
मेल ट्रैन Mail Train
कई सालों में पहले लोगो के डाक यानि की पोस्टल को देश में एक जगह से दूसरी जगह पहुचाने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन जिन ट्रेनों से इन पोस्टल को पहुचाया जाता था उन ट्रेनों में एक स्पेशल कोच होते थे, ये रेल कोच एक खास कलर के पोस्ट बॉक्स या डस्टी रेड कलर के होते थे।
जिस RMS यानि की रेल मेल सर्विस लिखा होता था।
तो ऐसी ट्रैन जो RMS कोच के साथ जाते थे उन ट्रेनों को मेल ट्रैन कहा जाता था। जैसे की पंजाब मेल, मुम्बई मेल, कालका मेल, लेकिन समय बीतने साथ साथ ही RMS कोच को हटा दिया गया और नार्मल कोचे में पोस्टल ले जाया जाने लगा लेकिन इनके नाम वही रह गए।
Difference Between Mail, Express And Superfast Train
एक्सप्रेस ट्रेन Express Train.
एक्सप्रेस ट्रेन मेल ट्रैन के सामान ही होती है बस इनमे RMS कोचेस नही होते है। लेकिन जरूरत पड़ने पर इनसे भी पोस्टल भेजे जा सकते है। इन ट्रेन्स के स्टॉप्स थोड़े ज्यादा होते है बता दे की एक्सप्रेस ट्रेन्स की एवरेज स्पीड 40 kmph होती है।
Exp:- Himgiri Express, Pushpak Express, Avantika Express
सुपरफास्ट ट्रैन Superfast Train
सुपरफास्ट ट्रेनें अपनी एवरेज स्पीड 55 किलोमीटर प्रति घंटा या इससे ज्यादा स्पीड के साथ चलती हैं बता दे की ये ट्रेनें छोटे स्टेशन पर नहीं रूकती हैं। और इन ट्रेनों के किराए पर कुछ एक्स्ट्रा चार्ज भी लागया जाता है। और साथ ही साथ ये ट्रैन जिस रुट पर चल रही होती है उस रुट पर इन ट्रेनों को प्रायोरिटी दी जाती है।
Exp:- Chennai Mumbai Superfast Mail, Bihar Sampark Kranti Superfast Express
उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। आपका दिन शुभ हो!!
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