भारतीय परम्परा में पुरातन काल से ही महाशिवरात्रि की रात को जागने की बात कही जाती रही है। इस दिन कुछ लोग रातभर शिवजी की पूजा करते है तो कुछ लोग पूरी रातभर मंदिर में जाकर शिवजी के दर्शन करते है तो कुछ लोग शिव-पार्वती विवाह के तौर पर जागरण करते है।
अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें पूरी रात जागने का साइंटिफिक कारण क्या है?
आपको बता दे इस समय शरीर की ऊर्जा का प्रवाह ऊपर की तरफ होता है, एक्विनोस यानी कि इस समय ग्रह का सेंट्रल फ्यूगल फ़ोर्स या उपकेंद्रीय बल एक खास तरह से काम करता है
रीढ़ की हड्डी सीधी होना चाहिए ताकि आप ऊर्जा के इस प्राकृतिक चढ़ाव का पूरा लाभ ले पाये और ऊर्जा आपके ऊपर की और जा सके।
इस दिन हमारे तंत्र की ऊर्जा में प्राकृतिक चढ़ाव होता है बता दे इस रात को लेटना या सोना हमारे तन्त्र के लिए अच्छा नहीं होता है
और जिससे आप प्राकृतिक चढ़ाव का पूरा लाभ मिल सकें और अपने दोस्तों को भी सोने ना दे।
और आप भी उन सभी लोगो को बताए कि आखिर क्यों महाशिवरात्रि की रात को जागना चाहिए जिससे उन लोगो को भी पता चल सके।