क्वारंटाइन और आइसोलेशन में क्या अंतर है? – इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ रही है और कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है पर इन दिनों आप दो शब्द काफी ज्यादा सुन रहे है क्वारंटाइन व आइसोलेशन, ऐसे में कई लोगो के मन में यह सवाल आता है कि क्वारंटाइन और आइसोलेशन क्या होता है और इनमे क्या अंतर होता है? तो चलिए जानते है कि क्वारंटाइन और आइसोलेशन में क्या अंतर होता है. What is The Difference Between Quarantine And Isolation?
आइसोलेशन क्या होता है?
जब कोई व्यक्ति किसी संक्रमित बीमारी से संक्रमित हो जाता है तो ऐसे में उसे आइसोलेट किया जाता है, और इसमें उस संक्रमित व्यक्ति को दूसरे स्वस्थ्य व्यक्ति से अलग रखा जाता है. जिससे संक्रमण किसी दूसरे व्यक्ति तक न पहुँच पाये. साथ ही आपको बता दूं कि इसमें संक्रमित व्यक्ति को अलग कमरे में रखा जाता है जिससे दूसरे लोगों से दूरी बनी रहती है. जब तक काफी जरूरी नही होता तब तक कोई भी उस कमरे में नहीं जाता है.
इसके अलावा जब किसी व्यक्ति को संक्रमण का शक हो तो आइसोलेशन के दौरान हवादार कमरे में रहना चाहिए, साथ ही अलग बाथरूम का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर जांच करानी हो तो सीधे अस्पताल न जाये बल्कि फोन से इसकी सूचना दे जिससे की स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए सुरक्षित तरीके से सैंपल ले सके. अपने मन से कोई दवा न लें.
क्वारंटाइन क्या होता है?
क्वारंटाइन का मतलब होता है ‘अलग करना’ ऐसा तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति या समूह के संक्रमित होने की शक हो. इसमें घर के किसी एक कमरे में अलग रहना होता है, साथ ही परिवार या बाहरी लोगो से सीधा संपर्क नही रखा जाता है और उस व्यक्ति के कमरे में कोई दूसरा व्यक्ति नही जाता. इसमें कुछ बातों का ध्यान रखना होता है जैसे की संदिग्ध के द्वारा इस्तेमाल किये गए बाथरूम का इस्तेमाल कोई और न करे,
अगर घर में अकेले हैं तो आवश्यक सामान किसी से और मंगवाए, बार-बार साबुन से हाथ धोते रहें और अपना कचरा इधर-उधर गलती से न फेंके, इसके अलावा संदिग्ध से कम से कम छह फीट दूर रहना चाहिए.
आपको बता दूं कि आइसोलेशन का मकसद संक्रमित व्यक्ति को पूरी तरह से संक्रमण मुक्त करना होता है और वहीँ क्वारंटाइन का मकसद संक्रमण का शक वाले व्यक्ति या समूह की निगरानी करना होता है.
WHO के अनुसार कोरोना वायरस में आइसोलेशन की कोई निर्धारित टाइम लाइन नही है क्योंकि व्यक्ति को आइसोलेशन में तब तक रखा जाता है जब तक वो पूरी तरह से संक्रमण से मुक्त नही हो जाता, और वहीँ क्वारंटाइन की ज्यादातर 14 दिन के लिए होता है.
तो अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा की क्वारंटाइन व आइसोलेशन क्या होता है और इनके क्या अंतर होता है. उम्मीद करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, धन्यवाद…
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