भारतीय ध्वज को तिरंगा क्यों कहते है जबकि इसमें चार रंग होते है? – हमारा राष्ट्रीय ध्वज यानि की तिरंगा हमारी शान है और हम सभी इससे बहुत प्यार करते है और हम सभी तिरंगे के तीन रंगों के बारे में ही बात करते हैं सफेद, हरा और केसरिया, लेकिन अगर आप ध्यान दे तो हमारे राष्ट्रिय ध्वज तिरंगे में एक और रंग होता है नेवी ब्लू रंग जो अशोक चक्र का रंग होता है जो ध्वज के केंद्र Center में होता है। मतलब की हमारे राष्ट्रीय ध्वज में चार रंग होते है तो फिर हम इसे तिरंगा क्यों कहते हैं दोस्तों क्या ये सवाल कभी आपके दिमाग में आया है आइये जानने की कोशिश करते है कि जब हमारे राष्ट्रीय ध्वज यानि की तिरंगे में चार रंग है तो उसे तिरंगा क्यों कहते है?
सबसे पहले बात करते है सफ़ेद हरे और केसरिया रंग के बारे में जो हमारे तिरंगे को रिप्रेजेंट करते है।
केसरिया रंग: यह रंग साहस और त्याग का के बारे बताता है यानी कुछ ऐसा जो हमें आजादी प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हो।
सफेद रंग : यह रंग शांति, प्रकाश और सत्य के बारे में बताता है।
हरा रंग : हरा रंग विश्वास, खुशहाली ,समृद्धि और प्रगति को इंगित करता है। ये पूरे भारत की धरती पर हरियाली को दिखाता है।
अब इन तीनो रंगों के अलावा, हमारे पास अशोक चक्र है जो हमारे ध्वज (तिरंगा) का एक प्रमुख प्रतीक माना जाता है। आपको बता दे की अशोक चक्र सभी धर्मों के साथ आने और एक पहिया की तरह आगे बढ़ने के बारे में बताता हैं और यह ध्वज में नेवी ब्लू रंग का होता है अशोक चक्र हमारे राष्ट्रीय ध्वज का चौथा प्रतीक है और जब हम इस प्रतीक के बारे में बात करते हैं तो हम पूरे आंकड़े के बारे में बात करते हैं न कि रंग के बारे में।
केसर, सफेद और हरा रंग झंडे की तीन रंग की परतें हैं, इसलिए हम उन्हें रंग के रूप में मानते हैं। दूसरी तरफ, अशोक चक्र पूरे आंकड़े के रूप में ध्वज का चौथा प्रतिनिधि है, इसलिए हम इसे केवल एक सादे “नेवी ब्लू” रंग के रूप में नहीं मान सकते हैं। इस पर आपके क्या विचार हैं।
अब आपको अंदाज़ा लग गया होगा की भारत के राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगा ही क्यों कहते है। दोस्तों उम्मीद करता हूँ आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। ऐसे ही मजेदार जानकारी के लिए विजिट करते रहे Awesomegyan.in पर।