रेल कोच पर लिखे 5 अंकों का मतलब क्या होता है ? – दोस्तों आपको मालूम होगा रेलवे (Indian Railway) भारत में लोगों द्वारा महत्वपूर्ण और पसंदीदा परिवहन में से एक है। हमारे देश का लगभग हर हिस्सा रेलवे के माध्यम से जुड़ा हुआ है और ये रेल नेटवर्क दुनियाँ के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक होने के साथ ही यह हमारे देश के लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। इसके अलावा भी अनेकों लोगों के रोजगार का जरिया भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष (Direct or Indirect) रूप से रेलवे ही है।
हमने और आपने सभी ने कभी न कभी रेल यात्रा का आनंद भी लिया है चाहे वो किसी पिकनिक स्पाॅट पर जाने के लिए हो या कभी किसी परीक्षा देने के लिए जाने के लिए रहा हो। कई बार यात्रा करने के लिए जाते समय Train के कोच की जानकारी को लेकर मन में संशय बना रहता है इसके लिए हमें ट्रेन की इन कोच के ऊपर अंकित अंकों के माध्यम से जानकारी प्राप्त सकते हैं कि उक्त कोच किस प्रकार का है यानि वह First AC है या Sleeper Class या फिर अन्य कोई कोच (Coach) है।
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आपने भी शायद ध्यान दिया होगा कि रेलवे के लगभग ट्रेन के कोच ऊपर 4 से 6 अंकों की संख्या अंकित रहती है। इन अंकों का अपना एक विशेष अर्थ होता है शुरू के दो अंक से एवं अंतिम तीन अंकों से हमें इस कोच के बारे में जानकारी मिलती है।
उदाहरण के लिए जैसे किसी – कोच के ऊपर 96154 नंबर अंकित किया हुआ है तो इसमें से शुरू के दो अंक यानि 96 उपरोक्त कोच (Coach) या बोगी के निर्माण होने के वर्ष को दर्शाते हैं यानि यह कोच सन् 1996 में निर्मित किया हुआ है और अंतिम तीन अंकों से पता चलता है यह एसी चेयर कार है। इसी प्रकार यदि कोच संख्या 08232 है तो इसका अर्थ है इस कोच का निर्माण वर्ष 2008 है और यह द्वितीय श्रेणी स्लीपर कोच (Second Class Sleeper Coach) है
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लेकिन देश भर में चलने वाली ट्रेनों में इस अंकन सिस्टम का पालन किया जाता हो ऐसा भी नहीं है। जैसे उत्तर रेलवे की कुछ राजधानी गाड़ियों के कोच पर अंकित इस संख्या पैटर्न का पालन नहीं होता है।
तो दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट करके अवश्य बताएं और भी रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए awesomegyan.in पर जुड़े रहें —————धन्यवाद
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