बुलेट प्रूफ कांच गोली को कैसे रोक लेती है?

बुलेट प्रूफ कांच गोली को कैसे रोक लेती है? – नमस्कार , क्या आप जानते है कि बुलेटप्रूफ कांच (Bulletproof Glass) क्या होता है इस पर गोली का असर क्यों नही होता है, बुलेटप्रूफ कांच किस चीज़ का बना होता है? आपने बुलेट प्रूफ कांच के बारे में तो कभी न कभी सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते है कि बुलेट प्रूफ कांच किसी भी बन्दूक की गोली को कैसे रोक लेता है? बुलेट प्रूफ कांच गोली को कैसे रोकता है ये समझने के लिए पहले आपको हे जानना होगा की बुलेटप्रूफ कांच बनाया कैसे जाता है और इसे बनाने के किन किन चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है। How bulletproof glass works.

बुलेट प्रूफ कांच गोली को कैसे रोक लेती है?
बुलेट प्रूफ कांच गोली को कैसे रोक लेती है?

बुलेटप्रूफ कांच कैसे बनता है?

देखा जाये तो बुलेटप्रूफ कांच मूल रूप से साधारण कांच की अनेक परतों से मिलकर बनाया जाता है लेकिन इसके बीच में पॉली कार्बोनेट की परत डालकर बनाया जाता है। इस प्रोसेस को आमतौर पर लैमिनेशन कहा जाता है। तो लैमिनेटेड ग्लास की परतों का उपयोग करके बुलेटप्रूफ ग्लास का निर्माण किया जाता है और यहाँ जितनी ज्यादा परतें होंगी ये कांच उतनी ही ज्यादा सुरक्षा प्रदान करेगा।

बता दे की यह पॉली कार्बोनेट, ग्लास यानि की कांच को एक असामान्य मजबूती और लचीलापन प्रदान करता है। इन कांच के बीच सैंडविच किये गई कुछ अन्य पदार्थो में आर्मर्मैक्स, साइरोलन, मैक्रोक्लियर, साइरोलन, लेक्सन और टुफाक शामिल हैं। बता दे की इन कांच की मोटाई 7 से 75 मिली मीटर के होते है। बुलेटप्रूफ कांच काफी मोटे और वजनदार होते है

बुलेट प्रूफ कांच बुलेट कैसे रोक लेता है?

जब बुलेटप्रूफ ग्लास पर बन्दूक से गोली चलाई जाती है तो इसकी बाहरी परत में छेद हो जाता है। लेकिन इसके अंदर जो पॉलीकार्बोनेट की परत मौजूद होती है (आमतौर पर इन्हे प्लास्टिक परते भी कहा जाता है) वो इस बुलेट यानि की गोली की ऊर्जा को सोख लेती है और इसे बाकि दूसरी परतो में बाँट देती है। जब गोली कांच पर पड़ती है तो वह गोली की ऊर्जा अपने निशाने पर नही पड़ती बल्कि बड़े एरिये में फ़ैल जाती है इस वजह से बन्दूक की गोली का असर कम हो जाता है और कुछ इस तरह गोली कांच की आखिरी लेयर को पार नही कर पाती है। (बुलेटप्रूफ कांच पर बन्दूक की गोली का असर क्यों नही होता है?)

आज के आधुनिक बुलेटप्रूफ कांच केवल लेमिनेटेड सेफ्टी कांच का एक मॉडिफाइड वर्जन है, जिसका आविष्कार ग्लास्सडोरार्ड बेनेडिक्टस नामक एक फ्रांसीसी रसायनशास्त्रज्ञ (chemist) द्वारा किया गया था, और इन्होंने 1909 में इस विचार पर एक पेटेंट भी लिया था।

आपकी जानकारी के लिये बता दे की बुलेटप्रूफ कांच का इस्तेमाल उन बिल्डिंग्स की खिड़कियों में किया जाता है जिन्हें इस तरह की सुरक्षा की जरूरत होती है। इसके अलावा गहनों की दुकानों में, दूतावास में और सैन्य और कुछ पर्सनल वाहन में भी इन बुलेट प्रूफ कांच का इस्तेमाल किया जाता है।

तो अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा की बुलेट प्रूफ कांच (ग्लास) कैसे बनता है और आखिर कैसे ये बन्दूक की गोली को रोक लेता है। तो हम आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी…

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