रेलवे में मजिस्ट्रियल चेकिंग क्या होती है?

आज हम बात करेंगे की रेलवे में मजिस्ट्रियल चैकिंग क्या होती है और क्यों लोग इस चेकिंग से डरते है। What is Magisterial Checking In Railway?

आप सभी ये तो जानते होंगे को रेलवे में चेकिंग तो होती है लेकिन आपको बता दे की हमारे इंडियन रेलवे में एक मजिस्ट्रियल चेकिंग भी होती है जिसके बारे में काफी लोग नही जानते है। रेलवे में साधारण चेकिंग से तो आप बच जाते है लेकिन मजिस्ट्रियल चेकिंग काफी खतरनाक मानी जाती है।

जब रेलवे में मजिस्ट्रियल चेकिंग होती है तो ट्रैन को किसी छोटे स्टेशन पर अचानक से रोककर या चलती ट्रेन में रेलवे पुलिस की तैनाती में रेलवे के स्टाफ के द्वारा चेकिंग की जाती है, और ट्रेन के हर डिब्बे के जाकर सभी के टिकट को जांचा जाता है, और अगर कोई व्यक्ति बिना टिकट के पकड़ा यात्रा करता है या गलत तरीके से यात्रा करते पकड़ा जाता है (जैसे जनरल कोच का टिकट लेकर रिजर्वेशन कोच में सफर करना)

तो उस रेलवे स्टेशन पर आये मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जा सकता है, या उससे पूछताछ करके उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है। बता दे की अगर आप जुर्माना या फाइन भरने में आनाकानी करते है तो आपको सीधे जेल में डाल दिया है और फिर आप पर केस चलता है।

दोस्तों मजिस्ट्रियल चेकिंग से लोग इसलिए भी डरते है क्योंकि अगर आप जुर्माना नही भरते है तो आप पर सीधे कार्यवाही की जाती है मतलब  जेल में डाल दिया जाता है।

तो अब आपको अच्छे से समझ आ गया होगा की  रेलवे में मजिस्ट्रियल चेकिंग क्या होती है, आशा करते है आपको ये जानकारी पसंद आएगी, अगर ये आर्टिकल आपको पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे…धन्यवाद

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