CID की फुल फॉर्म Crime investigation Department होती है जिसे हिंदी में क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट लिखा जाता है। इसका हिंदी अर्थ अपराध जांच विभाग होता है।
CID से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकरियां –
- सी.आई.डी. की स्थापना कब हुई थी?
वर्ष 1902 में
2. सी.आई.डी. की स्थापना किसने की थी?
ब्रिटिश सरकार ने
3. सी.आई.डी. को किस वर्ष दो भागों में बांटा गया था तथा ये दो भाग कौन कौन से थे?
वर्ष 1920 में सी.आई.डी. को स्पेशल ब्रांच तथा क्राइम ब्रांच में बांटा गया था तथा यह कार्य भी ब्रिटिश काल में ही किया गया था।
4. सी.आई.डी. का मुख्य कौन होता है?
एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस
5 . सी.आई.डी. का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
पुणे में।
CID किस प्रकार के अपराधों की जांच करता है?
CID को मुख्यतः अति संवेदनशील व गंभीर मामलों की जांच का जिम्मा सौंपा जाता है जैसे दंगे, आतंकवाद, बड़े स्तर पर हुई धोखादड़ी, जाली नोटों से सबंधित मामले इत्यादि।
क्या CID और CBI में अंतर है?
जी हां… सी.आई.डी.और CBI दोनों ही अलग-अलग विभाग हैं। यद्दपि दोनों विभाग अपराधों की छानबीन से जुड़े हैं परन्तु एक तरफ जहां सी.आई.डी. राज्य स्तर पर हुए अपराधों की जांच करती है वहीं CBI पूरे देश के प्रमुख मसलों को सुलझाती है। सी.आई.डी. की पहुँच राज्य स्तर की पुलिस तक है जबकि CBI की पहुँच देश भर के अपराधों की जांच से लेकर विदेश तक में रह रहे भारतीय अपराधियों तक है। सी.आई.डी. राज्य सरकार के अधीन हैं वहीं CBI का संचालन केंद्र सरकार के हाथों में होता है।
CID अधिकारी बनने के लिए योग्यता-
सी.आई.डी. अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार सबसे पहले भारत का नागरिक होना चाहिए सी.आई.डी. में सब इंस्पेक्टर या अधिकारी के रूप में शामिल होने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम योग्यता किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होनी चाहिए.
सी.आई.डी. को एक कांस्टेबल के रूप में शामिल होने के लिए उम्मीदवार के पास आवश्यक न्यूनतम योग्यता 12 वीं या 10 वीं होना चाहिए. सी.आई.डी. अधिकारी बनने के लिए योग्यता के अलावा, भारतीय सिविल सेवा परीक्षा जो कि संघ सेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित की जाती है यह पास होनी चाहिए.
आज के समय में हमारे देश भारत में ऐसे बहुत से विश्वविद्यालय हैं जो स्नातक स्तर पर अपराध विज्ञान में कोर्स प्रदान करते हैं. सी.आई.डी. अधिकारी बनने के लिए ये कोर्स आपकी मदद कर सकते है.
सी.आई.डी. अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार के पास एक उत्कृष्ट स्मृति, तेज आँखें, चरित्र का अच्छा निर्णय, एक टीम में काम करने की क्षमता होनी चाहिए. इसके अलावा सबसे खास बात जो है इसके इच्छुक उम्मीदवार Single होने चाहिए. अगर उम्मीदवार इस नौकरी की सभी मूलभूत आवश्यकताएं पूरी करता है तो वो सी.आई.डी. अधिकारी बनने के लिए योग्य है.
CID Branches-
CID की बहुत सी Branches है इनके नाम आप नीचे देख सकते है जैसे कि –
CB-CID
Dog Squad
Bank Frauds
Anti Narcotics Cell
Missing Person Cell
Anti Terrorism Wing
Finger Print Bureau
Anti Human Trafficking
Human Rights Department
दोस्तो उम्मीद करते है आपको ये जानकारी अच्छे से समझ आ गई होगी अगर आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करेंगे तो हमको बहुत खुशी होगी। और Awesomegyan.in से जूड़े रहे।
CID की स्थापना वर्ष 1902 में हुई थी.
CID की स्थापना ब्रिटिश सरकार ने की थी.
वर्ष 1920 में सी.आई.डी. को स्पेशल ब्रांच तथा क्राइम ब्रांच में बांटा गया था तथा यह कार्य भी ब्रिटिश काल में ही किया गया था.
CID का मुख्य एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस होता है.
CID का मुख्यालय पुणे में स्थित है.CID की स्थापना कब हुई थी?
CID की स्थापना किसने की थी?
CID को किस वर्ष दो भागों में बांटा गया था तथा ये दो भाग कौन कौन से थे?
CID का मुख्य कौन होता है?
CID का मुख्यालय कहाँ स्थित है?